तेरे चेहरे को मैं देखता हूं।

तेरे चेहरे को मैं देखता हूंदिल संभाले संभलता नहीं हैलाख समझाता हूं दिल को लेकिनजोर इस पर चलता नहीं है।। तुम छुपाओगी नजरें हमसेपर नैनो का बार रुकता नहीं हैछोड़कर मुझको जाना नहीं  तुमदेखे बिना मन भरता नहीं  है।। मेरे Continue Reading …

ना खत्म हुआ है सफर तुम्हारा आगे बहुत कुछ बाकी है।

ना खत्म हुआ है सफर तुम्हारा।आगे बहुत कुछ बाकी है।साथ साथ जो अब तक चले।सफर के सब साथी हैं।। सोचो और समझो।क्या खोया क्या पाया तुमने।कुछ दोस्त बने  ,कुछ अपने छूटे ।। ना खत्म हुआ है सफर तुम्हाराआगे बहुत कुछ Continue Reading …

चांद अपना चेहरा छुपाता कहां है ।

चांद अपना चेहरा छुपाता कहां हैबादलों के बीच अक्सर आता जाता यहां हैहम तेरे दीदार को ऐसे तरस गएबिन बादल के ही हम यूं ही बरस गएजिसे देखकर हम जीते रहे हैंजख्मों को हम सीते रहे हैंजाम पर जाम हम Continue Reading …

वह हमें दिल से उतार रही होगी ।

वह हमें दिल से उतार रही होगीकागज पर नाम लिखकर जला रही होगीउसके जीवन में जो जगह थी मेरीउस जगह पर किसी को ला रही होगीवह हमें दिल से उतार रही होगी हर पल नजरों में उसके रहता थाअब वो Continue Reading …

तुम अगर नहीं आई तो मैं मुस्कुरा ना पाऊंगा ।

तुम अगर नहीं आईतो मैं मुस्कुरा ना पाऊंगासाथ अगर छोड़ोगी तोखुद को भूल जाऊंगा तुम मगर नहीं आईगीत गा ना पाऊंगाशब्द शब्द भूल जाऊंगासाज कैसे सजाऊंगातुम अगर नहीं आई आंखों में जब आंसू होंगेगला रूंध जाएगायादें तेरी याद आती रहेगीकैसे Continue Reading …

वह मुझसे बहुत प्यार करती है।

वह मुझसे बहुत प्यार करती हैवह मेरा इंतजार करती हैबिछड़ने का गम भी है उसकोपर मिलने पर आंखें चार करती हैवह मुझसे बहुत प्यार करती है वह मेरा इंतजार करती हैदूरियां बढ़ गई है तो क्या करेंवह मेरे आने का Continue Reading …

क्योंकि तुमसे प्यार करता हूं  मैं।

बहुत लाचार महसूस करता हूं मैंक्योंकि तुमसे प्यार करता हूं मैं प्रत्यक्ष रहो या परोछ रहोसपरिवार रहो या एकांतवास रहोहर पल मिलने की आस रखता हूं मैंक्योंकि तुमसे प्यार करता हूं  मैं हर पल अपने दिल में एहसास रखता हूं Continue Reading …

मैं कवि नहीं किसी रस का ,पर  रस से सराबोर  रहता हूॅ ।।

मैं कवि नहीं किसी रस कापर  रस से सराबोर  रहता हूकिंचित मात्र कलेश नहींसबसे अनन्य प्यार करता हूं मैं राही नहीं किसी पथ कापर  पथ से जुडाव रखतावसुंधरा मां समान हैधरा की लाज रखता हूं मैं सैनिक नहीं किस देश Continue Reading …

मैं कवि नहीं किसी रस का ,पर  रस से सराबोर  रहता हूॅ ।।

तुम्हारे इशारे भुला ना पायादिल को मैं पत्थर बना ना पायाहो तुम किसी और की अमानत                 रिश्ते की नजाकत समझ ना पाया                  तुम्हारे इशारे भुला Continue Reading …

हुआ मैं जज्बाती बहुत कैसे तुमको बतलाऊं।

हुआ मैं जज्बाती बहुतकैसे तुमको बतलाऊंदुनियादारी भूल गयाक्या मैं खुद को भूल जाऊं तेरे तन मन की सुंदरतादेखकर मैं अभिभूत हुआसुध बुध खोया मैंने अपनाक्या मैं खुद को भूल जाऊं तेरे प्रेम भरे इशारेहर पल खींचा करता थादूर कहीं जाता Continue Reading …