जी रहे हैं सनम
तेरी चाहत में हम
वरना कब के
चले जाते हम
जी रहे हैं सनम
तेरी चाहत में हम
तेरी यादें मुझे
देती है बहम
समझते रहे तुझको
हर पल अपना हम -2
जी रहे हैं सनम
तेरी चाहत में हम
वरना कब के
चले जाते हम
मदहोश रहते हैं हर पल
तेरे नशे में सनम
तेरी अदाओं का जादू
ना होता है कम
जी रहे हैं सनम
तेरी चाहत में हम
वरना कब के
चले जाते हम
याद रखना हमें
भूल न जाना सनम
यादें तुम्हारी
कर देती आंखें नम
जी रहे हैं सनम
तेरी चाहत में हम
वरणा कब के
चले जाते हम
दूर कितना रहो
यादें होती ना कम
कैसे कटती है जिंदगी
बताएं सनम
जी रहे हैं सनम
तेरी चाहत में हम
वरना कब के
चले जाते हम
देते हैं तुझको
अश्कों की कसम
दूर जाकर भी
ना भूलना सनम
जी रहे हैं सनम
तेरी चाहत में हम
वरना करके
चले जाते हम