सृजन प्रकृति का वरदान है।

सृजन प्रकृति का वरदान है । जीवन का एहसास , नव- विधान है। संकल्प का वैचारिक परिणाम है। अमूर्त उड़ान का मूर्त ज्ञान है। वैचारिक चिंतन के विस्तार की दूरी है । प्रकृति के हित का संरक्षण जरूरी है। बीज Continue Reading …