वो आई थी दौलत लेकर

वो आई थी दौलत लेकरमोहब्बत कहां समझ पातीहर वक्त दौलत का नशा था उसेवह मुझे कहां समझ पाती।। मैंने अकेलापन में उसे आवाज दियापर उसने हर आवाज को अनसुना कियावह दौलत के नशे में थी हरपलउसने मेरी जिंदगी को विरान Continue Reading …