कितनी कमी है तेरी कैसे बताऊं मैं
यह कविता दिल की गहराइयों से निकले भावों को व्यक्त करती है, जिसमें प्रेमी अपनी प्रेमिका से दूरी और उसकी यादों की कमी को शब्दों में बयां करने की कोशिश कर रहा है। वह कहता है कि वह उसकी Continue Reading …
ORIGINAL LOVE SONGS , ROMANTIC SONGS , GAZALS & POEM.
यह कविता दिल की गहराइयों से निकले भावों को व्यक्त करती है, जिसमें प्रेमी अपनी प्रेमिका से दूरी और उसकी यादों की कमी को शब्दों में बयां करने की कोशिश कर रहा है। वह कहता है कि वह उसकी Continue Reading …
यह कविता गहरे भावनात्मक दर्द और धोखे की कहानी बयां करती है। इसमें एक इंसान अपने प्यार में मिली नाकामयाबी और टूटे दिल का इज़हार कर रहा है। पहले तो वह अपने प्यार को इशारों और यादों में जीता है, Continue Reading …
कोई वजह ना रही, जीने की अब हमें, हर पल ढूंढता है मन, जीने की एक वजह।।-2 तरस जाता है मन, सुनने को प्रिय वचन , जिंदगी में रही, तनहाई व गम , रास्ते हैं Continue Reading …
यह कविता प्रेम की उलझनों और अंतरद्वंद को दर्शाती है। कवि अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए बता रहा है कि कैसे उसकी प्रिय के होने के बावजूद, उसका मन बेचैन और दिल परेशान रहता है। Continue Reading …
वो तेरा आना, वो तेरा जाना, वो तेरा मुस्कुराना, वो तेरा इठलाना । याद आता है मुझको , तेरा याराना।।-2 प्रीति जो की थी तुमसे, जिया से किया था , चाहत हमारी ऐसी , नजरों से मदिरा पिया Continue Reading …
♥मोहब्बत तुम्ही से है, बस तुमसे है मोहब्बत , प्रेम लता तुम मेरी , बस तुमसे है मोहब्बत ।।-2 इश्क की कश्ती मेरी, चली बस तुमसे , उतर नहीं जाना कहीं, बस तुमसे है मोहब्बत।।-2 राग -अनुराग Continue Reading …
My baby……………. my sweetheart….. my dear……………. o my darling……… कैसे जिऊ मैं , तेरे बिना , सांस लेना है मुश्किल तेरे बिना , कैसे हसूं मैं , तेरे बिना…. तेरे बिना…. तेरे बिना….. बस रोना आए , तेरे Continue Reading …
ठहरी नजर जो , एक बार तुम-पे, अब वो नजर , बे -नजर हो गई है ।। ठहरती नहीं है अब वो कहीं भी बस वो नजर तुम- पे मर गई है ।।-3 ठहरी नजर जो , एक बार Continue Reading …
वर्षा जो बरसे दिल मेरा तरसे मिलन को हो गए मेरी जान अरसे ।। -2 वर्षा जो बरसे **** बरसात आई , चली भी गई , दिल की प्यास , अनबुझी रह गई ।।-2 बौछारें जिस्म Continue Reading …
कनक हो तुम सनम मेरे कंचन सा बदन तेरा कनक हो तुम सनम मेरे कंचन सा बदन तेरा चांद भी शर्माए ऐसा तेज है तेरा ।।-2 कनक हो तुम सनम मेरे… हीरा भी पड़े फीका पलके जब उठाती Continue Reading …