तुमसे दिल लगाने की सजा पाई है

तुमसे दिल लगाने की सजा पाई है हर पल तेरी यादों की बारात आई है दिल के हर कोने में तेरी परछाई है तेरे ना होने पर एक मायूसी छाई है तुझसे दिल लगाने की सजा पाई तुझे  तुझे मेरी Continue Reading …

मैं नए दोस्त बनाना चाहता हूंदिल में जमी बभ॔ पिघलाना चाहता हूंदिल वालों से दिल लगाना चाहता हूं मैं नए दोस्त बनाना चाहता हूंमाना कि पुराने दिखते हैं महफिले-ए- जश्न मेंपुरानी शराब से भंग में रंग जमाना चाहता हूंपतझड़ में Continue Reading …

जी रहे हैं सनमतेरी चाहत में हमवरना कब केचले जाते हम जी रहे हैं सनमतेरी चाहत में हमतेरी यादें मुझेदेती है बहमसमझते रहे तुझकोहर पल अपना हम -2 जी रहे हैं सनमतेरी चाहत में हमवरना कब केचले जाते हम मदहोश Continue Reading …

जो चांद निकलता था देखकर मुझको वह चांद छुप जाता है आजकल अबतो ।

जो चांद निकलता था देखकर मुझको वह चांद छुप जाता है आजकल अब तो जो चांदनी रातों में इंतजार करती थी खुद ही मोहब्बत का इजहार करती थी जो चांद निकलता था देखकर मुझको वो चांद छुप जाता है आजकल Continue Reading …

नए दोस्त बनाने से नहीं डरता हूं ।

नए दोस्त बनाने से नहीं डरता हूंनई सीमाएं गढ़ता  हूंहर हदों को तोड़ता हूंहर दिल को जोड़ता हूंदुख में भी मुंह नहीं मोड़ता हूंनए दोस्त बनाने से नहीं डरता हूं ।। रूठ गए जो कालांतर मेंरिश्ता उनसे भी नहीं तोड़ता Continue Reading …

किस फूल से तुलना करूं मैं तेरी ।

हर फूल मुरझा जाती हैतू तो वह फूल है ए प्रेयसीजिसकी खुशबू कभी नहीं जाती है किस नशा से तुलना करूं मैं तेरी                          हर नशा काफूर हो जाती Continue Reading …

मोहब्बत नाम कैसे दूं ?

  मोहब्बत नाम कैसे दूंतेरा इज़हार नहीं आयारातों रात में तड़पा थातेरा फोन कॉल नहीं आयामेरी हर कोशिश मिलने कीनाकाम जाती हैमिलने से पहले हीधड़कन बढ़ती जाती हैबहुत देखा तुझे मैंनेसोचा बार बार यूं हीमोहब्बत नाम कैसे दूंतेरा इज़हार नहीं Continue Reading …

कैसे बदलती है जिंदगी, एक अंतराल के बाद आती है बसंत की बहार, एक अंतराल के बाद। प्रातः की पहली किरण , लालिमा धरा पर बिखर जाती है, कलियां उठी थी खिलने को रातों में ,खुलकर निखर जाती है ,है Continue Reading …

कैसे बताऊं मैं तुमको ,तुम मेरे लिए क्या हो

कैसे बताऊं मैं तुमको , तुम मेरे लिए क्या हो दिल की धड़कन हो तुम हर स्पंदन की पुकार हो , सांसे जब रूकती है , उस वक्त का सहारा हो तुम , अंधेरे की उजाला हो , बसंत रितु Continue Reading …

एहसास उनका है।

एहसास उनका है , दिल में मेरे हर पल, सामने नहीं है वो , पर   यादें है हर पल, गम बिछड़ने का , दिल में है बहुत , पर मजबूरियां भी है, दूरियां भी है , एहसास उनका है , Continue Reading …