वो आंखें वो बातें वो रस्ते

वो आंखें, वो बातें ,वो रस्ते कहां है ।
जहां तुम मिले थे ,वो मेरा जहां है ।।
मन आज भी है आकुल ,उसे पाने को
वो कच्ची मोहब्बत ,हुई अब जवाॅ है।।
वो कुर्सी ,वो महफ़िल ,वो लोग कहां है ?
जिनके थे इशारे , वह नजरें कहां है ?
वो मुस्कान , इंतजार ,वो अब कहां है?
बस यादें हैं बाकी ,वो महजबीन अब कहां है ?
जहां थी सुकून ,वो जगह अब कहां है?
वह शरारत, वो हरारत , वो मस्ती कहां है ?
ढूंढे अब नजर, वो नजर अब कहां है?
बताओ कोई ,वो महजबीन अब कहां है?

 

वो आंखें, वो बातें ,वो रस्ते कहां है ।
जहां तुम मिले थे ,वो मेरा जहां है ।।
मन आज भी है आकुल ,उसे पाने को
वो कच्ची मोहब्बत ,हुई अब जवाॅ

 

 

वो हस्ती ,वो मस्ती ,वो रहती कहां है ?
जो आती थी पास ,वो महजबीन कहां है ?
वो बातें , वो रातें, वो इंतजार कहां है ?
वो नजरों की धार ,खामोश इकरार कहां है ? -2

खोजु मैं कितना, वो प्यार कहां है ?
सपनों में वो ,अब आती कहां है ?
मन आज भी है, आकुल उसे पाने को
वो कच्ची मोहब्बत ,हुई अब जवाॅ है ?-2