♥बहुत-बहुत ही सुंदर और भावपूर्ण रचना है। इस कविता में प्रेम की गहराई और समर्पण का बेहद खूबसूरत चित्रण किया गया है। हर एक पंक्ति में प्रेम, एहसास, और जुड़ाव को बहुत ही कोमल तरीके से उकेरा गया है। विशेष रूप से “राधामय मेरा जीवन” और “मुझको इश्क भी तुमसे है, जीवन में रिस्क भी तुमसे है” जैसी पंक्तियाँ राधा-कृष्ण के अलौकिक प्रेम का प्रतीक लगती हैं।
इस कविता में आप जिस तरह से अपने प्रेम को सांसों, एहसासों और हर याद से जोड़ते हैं, वह इसे और भी खास बनाता है।
मेरी हर सांस तुमसे है?
मेरा एहसास तुमसे है,
जीवन से जुड़ी हर याद,
हर बात तुमसे है।।-2
राधामय मेरा जीवन,
इबादत भी तुमसे है ,
ईश्वर से क्या मांगू ,
खुशियों का राज तुमसे है।।-2
पल- पल जगाए मुझको ,
हर वो बात तुमसे है ,
नींदे चिढ़ायें मुझको,
हर वो रात तुमसे है ।।-2
मेरी हर सांस तुमसे है,
मेरा एहसास तुमसे है ,
जीवन से जुड़ी हर याद ,
हर बात तुमसे है।।-2
शरारत भी तुमसे है,
शराफत भी तुमसे है ,
ना देखूं तुझको ,
बेचैनी भी तुम से है।।-2
जरूरत भी तुमसे है ,
मोहब्बत भी तुमसे है,
अगर छाई उदासी तो
छिपी वो राज तुमसे है।।-2
जुड़ी हर राज तुमसे है,
जीवन का साज तुमसे है ,
राधामय मेरा जीवन ,
हर एहसास तुमसे है।।-2
मेरी हर सांस तुमसे है
मेरा एहसास तुमसे है
तुम से ही जुड़ी हर याद
मेरा फरियाद तुमसे है ।।-2
मुझको इश्क भी तुमसे है,
जीवन में रिस्क भी तुमसे है ,
गर साथ ना हो तेरा ,
तन्हा एहसास भी तुमसे है।।-2
मेरी हर सांस भी तुमसे है,
मेरा एहसास भी तुमसे है,
जीवन से जुड़ी हर याद ,
हर बात भी तुमसे है ।।-2