अह्सास तो हुआ तुमको मेरी मोहब्बत का । AuthorSantosh kumar singh / Posted onAugust 27, 2024August 27, 2024 एहसास तो हुआ तुमको मेरी मोहब्बत का इजहार तो किया तुमने मेरी मोहब्बत का।।-2उम्र बीत जाती है इश्क -इजेहार में फना हो जाते आशिक मोहब्बत के बाजार में।।-2देर लगी थी तुझको समझने में मुझको कातिल निगाहों सेदेखा था तुमने।।-2एहसास तो हुआ तुमको मेरी मोहब्बत का इजहार तो किया तुमने मेरी मोहब्बत का।।-2मजबूरियां तेरी मेरी भी रही हर पल रास्ते में चाहत सीसकती रही।।-2हो गई अमर मोहब्बत जब से दूर तुम हुई छोड़ गई यादें अपनी बस नजर अंतिम हुई ।। -2एहसास तो हुआ तुमको मेरी मोहब्बत का इजहार तो किया तुमने मेरी मोहब्बत का।।-2ढूंढने लगा मैं तुमको हर एक आंखों में पर ना मिली कहीं तूरह गई बस ख्वाबों में।।-2नकाब से सजी सूरत जब भी मुझको दिखती हैमेरा दिल जाकर वहांबस तुझको ढूंढती है।।-2 समझने लगा मैं अपना तेरी हर यादों को वापस कभी ना आइभाने लगी ख्वाबों को।।-2एहसास तो हुआ तुमको मेरी मोहब्बत का इजहार तो किया तुमने मेरी मोहब्बत का ।।-2 Related