कैसे बदल गई जिंदगी तुम्हारे आने के बाद : यह कविता उन टीनएजर्स को समर्पित है जो जीवन में पहली बार किसी के आने के बाद अनुभव करते हैं और यह अनुभव उन्हें कुछ इस प्रकार से होता है जैसा इस कविता में वर्णित किया गया है।

कैसे बदल गई जिंदगी, तुम्हारे आने के बाद।

ना रही समय की परवाह, ना रही अपनी परवाह।।

कैसे बदल गई जिंदगी, तुम्हारे आने के बाद

ना रही सोने की चिंता, ना रही कुछ करने की चाह

कैसे बदल गई जिंदगी , तुम्हारे आने के बाद ।।

पहले आती थी नींद ऐसी , कि समय की परवाह नहीं।

अब कैसे बदल गई जिंदगी, तुम्हारे आने के बाद।।

हर पल रहता है तेरा इंतजार , दिल रहता है हर पल बेकरार ।

कैसे बदल गई जिंदगी , तुम्हारे आने के बाद ।।

दिन तो कट जाती है ,पर कटती नहीं रात ।

कैसे बदल गई जिंदगी, तुम्हारे आने के बाद ।।

घर पर हो या रास्ते में ,आती है हर पल तेरी याद ।

कैसे बदल गई जिंदगी, तुम्हारे आने के बाद ।।

हर एक की बात बुरी लगती है, जब वह करते हैं तुम्हारे खिलाफ ।

कैसे बदल गई जिंदगी , तुम्हारे आने के बाद ।।

सोचने की क्षमता खत्म हो गई, बच गए हैं सिर्फ जबबात।

कैसे बदल गई जिंदगी , तुम्हारे आने के बाद ।।

घर -बार रिश्ते -नाते , सब हो गए दरकिनार।

कैसे बदल गई जिंदगी , तुम्हारे आने के बाद ।

सुबह की पहली किरण से ही रहता है, तुम्हारा इंतजार ।

कैसे बदल गई जिंदगी ,तुम्हारे आने के बाद।।

नींद आती नहीं पर आती है, तो सपने में रहता है तेरा इंतजार ।

कैसे बदल गई जिंदगी ,तुम्हारे आने के बाद ।

सफलता ,लक्ष्य ,रिश्ते -नाते ,परिवार ,दोस्त सब हो गए हैं दरकिनार।

कैसे बदल गई जिंदगी , तुम्हारे आने के बाद।।