हम तुम्हें देख कर मुस्कुराते रहे
तेरी गलियों में हर पल आते जाते रहे
तेरे बिस्तर से मेरा ना कोई वास्ता
हम तो यूं ही नशे में गुनगुनाते रहे
मेरी चाहत तेरे बिस्तर से ना है जुड़ी
हम तो बस दिल से दिल को मिलाते रहे
मेरी आंखों की रोशनी बनकर तुम हर पल रहो
उस रोशनी से हमारी दुनिया जगमगाती रहे
तेरी खुशियां ना कम हो वजह से मेरी
ऐसी आशीष ईश्वर से मैं मांगता
हम तुम्हें देखकर दिल लगाते रहे
तेरी गलियों में हर पल आते जाते रहे
मेरी चाहत से तेरा कुछ भी ना घटे
मेरी हस्ती मिटे पर तू ना रूठे
तेरी आंखों में आंसू न पानी बने
तेरी मोती आंखों से यू ना बहे
ऐसी प्रार्थना है ईश्वर से हर पल मेरी
हम तुम्हें देख कर मुस्कुराते रहे
तेरी गलियों में हर पल आते जाते रहे
तेरे बिस्तर से मेरा ना कोई वास्ता
हम तो यूं ही नशे में गुनगुनाते रहे
मेरी आंखो का पानी जब बढ़ने लगे
चेहरे पर शिकन और गम दिखने लगे
तो फिर समझो कि आया विदाई का झण
बसंत के जाने और पतझड़ के आने का झण
पर ना सोचो कि हम तुमको भूल पाएंगे
चैन से सो पाएंगे ना ही हंस पाएंगे
पर ईश्वर से मेरी है यह कामना
मेरे हिस्से की खुशियां भी तुमको मिले
तेरे बिस्तर पर हर पल फूलों की सजावट रहे
मन में उमंग और मेरी चाहत रहे
जब साजन तेरे गालों को चूमे
मोहब्बत की खुशबू और ताजगी रहे
हम तुम्हें देख कर मुस्कुराते रहे
तेरी गलियों में हर पल आते जाते रहे
तेरे बिस्तर से मेरा ना कोई वास्ता
हम तो यूं ही नशे में गुनगुनाते रहे
मरने के वक्त जब सांसे अंतिम चले
उस वक्त तेरा ही नाम और नशा रहे
मिटकर भी
चाहत हमारी अमर रहे
तेरी खुशियां बड़े और बढता ही रहे
हम तुम्हें देख कर मुस्कुराते रहे
तेरी गलियों में हर पल आते जाते रहे
तेरे बिस्तर से मेरा ना कोई वास्ता
हम तो यूं ही नशे में गुनगुनाते रहे ।।