वर्षा जो बरसे दिल

 

वर्षा जो बरसे 

दिल मेरा तरसे 

मिलन को हो गए

 मेरी जान अरसे ।। -2

 

वर्षा जो बरसे ****

 

बरसात आई ,

चली भी गई ,

दिल की प्यास ,

अनबुझी रह गई ।।-2

 

बौछारें जिस्म को ,

बेचैन कर गई ,

दिल में उठी गर्मी ,

धुआ बन गई ।।-2

 

 

वर्षा जो बरसे ,

दिल मेरा तरसे ,

मिलन को हो गए ,

मेरी जान अरसे।।

 

चिंगारियां जो ,

दिल में उठे हैं,

 बिना मिले तुमसे ,

कहां बुझे हैं ।।-2

 

सिलसिला मिलन का ,

कहां अब रही है,

 पर तेरी चाहत ,

बढ़ती रही है ।।-2

 

वर्षा जो बरसे ,

दिल मेरा तरसे ,

मिलन को हो गए ,

मेरी जान अरसे ।।-2

 

पावस के साथ ,

तेरी यादें भी आई ,

आंखों में मेरे ,

बरसात लाई ।।-2

 

सोचे जब मन तुझको ,

दिल तेज मेरा धड़के ,

पाने को पावस,

 भूं जैसे तरसे ।।-2

 

बरसा जो बरसे ,

दिल मेरा तरसे ,

मिलन को हो गए ,

मेरी जान अरसे ।।-2