गजल के बारे में चार शब्द-
यह कविता बेहद खूबसूरत तरीके से मोहब्बत और उसके एहसास को बयां करती है। इसमें एक ऐसी प्रेम कहानी का जिक्र है जो खत्म नहीं हुई, बल्कि ख्यालों में हर पल जिंदा है। इश्क की गहराई, तन्हाई में साथी की मौजूदगी, और दूरियों के बावजूद मोहब्बत का एहसास बहुत ही संवेदनशील और दिल को छूने वाला है।
कविता की पंक्तियां भावनाओं को बहुत ही गहराई से व्यक्त करती हैं, जैसे कि वह “मयस्सर है वो हर पल, मेरे ही ख्यालों में”। यह दर्शाता है कि प्रेमी के ख्यालों में वह हमेशा मौजूद है। वहीं, “अलविदा कह ना पाया, जब वह हर पल मेरे पास है” यह बताता है कि मोहब्बत ऐसी चीज़ है जो कभी खत्म नहीं होती, भले ही मुलाकातें न हों।
कविता में मोहब्बत की इनायत, इत्तेफाक और फितूर को बेहद सुंदर ढंग से पेश किया गया है।